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महात्मा पुरस्कार, सामाजिक कार्यों, सामाजिक उत्तरदायित्व, व्यापारिक स्थिरता, महामारी और आपदा में मानवीय प्रयासों के लिए 'महात्मा पुरस्कार' प्रदान किया जाता है, महात्मा पुरस्कार की स्थापना और गठन श्री अमित सचदेवा द्वारा किया गया है, अमित सचदेवा, भारतीय सामाजिक उद्यमी, परोपकारी और कॉर्पोरेट सामाजिक  उत्तरदायित्व और व्यापारिक स्थिरता विषय के विशेषज्ञ है।

"खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने को  दूसरों की सेवा में खो दें।"  महात्मा गांधी के इन सरल किंतु विचार उद्दीपक शब्दों ने दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया है कि वे जरूरतमंदों की मदद करें। मोहनदास करमचंद गांधी की भावना से प्रेरित होकर, महात्मा  पुरस्कार सामाजिक कार्यकरतायों, सामाजिक प्रभाव वाले व्यक्तियों, ग़ैर सरकारी, ग़ैर लाभकारी और सामाजिक उत्तरदायित्व के कार्यों  संलग्न व्यावसायिक संस्थानों और  विश्व भर के  परिवर्तनकर्ताओं को सम्मानित करता है। ये सभी संगठन सामाजिक प्रभाव और विश्व को स्थायी भविष्य की राह पर ले जाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।

महात्मा पुरस्कार की स्थापना और गठन श्री अमित सचदेवा द्वारा किया गया है, जो सीएसआर मैन ऑफ इंडिया ’के नाम से  विख्यात हैं। श्री सचदेवा एक कट्टर गांधीवादी हैं और महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हैं। अमित सचदेवा, भारतीय सामाजिक उद्यमी, परोपकारी और कॉर्पोरेट सामाजिक  उत्तरदायित्व और व्यापारिक स्थिरता विषय के विशेषज्ञ है। सचदेवा ने सीएसआर बिल, 2013 की पैरवी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वे दुनिया भर के विभिन्न एनजीओ और एनपीओ में निवेश करते रहते हैं।

महात्मा पुरस्कार निजी, सार्वजनिक और विकास क्षेत्र के भीतर सबसे कुशल, जिम्मेदार और सामाजिक प्रयासों और पहलों का सम्मान करता है। इनमें  स्थिरता से लेकर परोपकार , साझा मूल्य, सामाजिक  प्रभाव, कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व तक के प्रयास व पहलें शामिल हैंं ।

महात्मा अवार्ड के संस्थापक अमित सचदेवा कहते हैं, '' शुरू से ही हमारी दृष्टि दुनिया भर में महात्मा गांधी की शिक्षाओं और लोकाचारों को फैलाने की रही है।  महात्मा पुरस्कार के साथ, हम उन लोगों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने समाज में बहुत योगदान दिया है और इस महान कार्य में लगे हुए  हैं।  महात्मा गांधी की विरासत वैश्विक होने के नाते, हम भारत के अलावा न्यूयॉर्क, लंदन और केप टाउन में भी इसकी मेजबानी करके महात्मा पुरस्कार को एक वैश्विक आंदोलन बनाना चाहते हैं। ”

हर साल विजेताओं को सम्मानित करने के लिए श्रीमती राजश्री बिरला और आदित्य बिरला समूह महात्मा पुरस्कार का समर्थन करता है। आदित्य बिरला समूह का स्वयं महात्मा गांधी तथा उनके सिद्धांतों के साथ एक लंबा इतिहास रहा है। इस वैभवशाली और विशाल बहुराष्ट्रीय कंपनियों के समूह के अपने संस्थापक श्री घनश्याम दास बिरला  के समय से ही, महात्मा गांधी के साथ घनिष्ठ संबंध रहे हैं। अपनी विरासत को बनाए रखने के लिए और योग्य संगठनों को पहचानने के लिए, आदित्य बिरला  समूह महात्मा पुरस्कार का समर्थन करता रहा है।

महात्मा पुरस्कार २०२० में  किए गए सामाजिक कार्यों और कोरोंनाकाल में मानवीय कार्यों में संलग्न ७८ व्यक्तियों, संस्थानों और संगठनों को ३० जनवरी ‘२०२१ को महात्मा गांधी जी की ७३वी पुण्यतिथि पर दिल्ली में सम्मानित किया गया है।

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